गुरुवार, 20 दिसंबर 2012

यदि मेरे मरने के बाद

मेरे बारे में 
बड़ी आसानी से 
लिखा जा सकता  
मैं पागलों की तरह जिया
मैंने बिना भावुकता के 
चीज़ों को प्यार किया
मुझे कभी भी 
ऐसी कोई लालसा नहीं रही
जिसे मैं पूरा न कर पाया
क्योंकि
मैं कभी अँधा नहीं हुआ.

- अलवेर्तो काईरो (पुर्तगाल)